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Monday, 24 July 2017

झारखण्ड के बोकारो जिले के सेक्टर 12 थाने में छोटू नामक युवक की पुलिस हिरासत में मौत होने के सम्बन्ध में

सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली

विषय:- झारखण्ड के बोकारो जिले के सेक्टर 12 थाने में छोटू नामक युवक की पुलिस हिरासत में मौत होने के सम्बन्ध में

महोदय
हम आपका ध्यान झारखण्ड के बोकारो जिले के सेक्टर 12 थाने की ओर आकृष्ट कराना चाहूँगा। जहा पर दिनांक 19 जुलाई 2017 को छोटू रजक नामक युवक को हिरासत में ले कर थाने में रखा था। परिजनों ने यह आरोप लगाया है की उसकी मौत पुलीस के पिटाई और गले में बिजली के तार को लपेट कर मारा गया है। जबकि पुलिस का कहना है की यह खुद तार का फन्दा लगा आत्महत्या का प्रयास किया है। जिससे 20 जुलाई को उसकी मौत हो गई । यह मामला दिनांक 23 जुलाई को देनिक अख़बार हिंदुस्तान में प्रकाशित किया गया है जिसका लिंक http://m.livehindustan.com/jharkhand/dhanbad/story-bokaro-chotu-dies-trying-to-suicide-in-police-custody-1199547.html#.WXYAeFo6Gfo.whatsapp संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है की उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए न्यायिक जाँच कर पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपया मुआवजा और दोषी पुलिस कर्मी पर हत्या का प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्यवाही की जाए और कार्यवाही की एक प्रति हमें भी उपलब्ध कराया जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता
डोमचांच कोडरमा झारखण्ड
संपर्क 9934520602
इमेल onkar.670@Gmail.com
खबर विस्तार से

सेक्टर 12 थाना के अंदर पुलिस हिरासत में आत्महत्या का प्रयास करने वाले छोटू रजक की बीजीएच में रविवार की रात मौत हो गई। इसके बाद थाना और बीजीएच परिसर की सुरक्षा बढ़ाते हुए पुलिस तैनात कर दी गई।

छोटू के परिजन और समर्थक उसकी मौत को आत्महत्या मानने से इनकार कर रहे हैं। उनका आरोप है कि वरीय पुलिस पदाधिकारी के समक्ष पुलिस की पिटाई को छोटू बर्दादश्त नहीं कर सका और उसकी मौत थाने में ही 20 जुलाई को हो गई थी। पुलिस ने अपनी गलती छिपाने के लिए आत्महत्या की कहानी बनाकर छोटू के मृत शरीर को बीजीएच भिजवा दिया। तीन दिन तक वेंटिलेटर पर रखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। छोटू की मौत की खबर सुनकर उसके जानने वाले लोगों का बीजीएच में जमावड़ा लगने लगा।
पुलिस की दलीलः 19 जुलाई की रात को सेक्टर-12 पुलिस ने महिला के अपहरण के मामले में उसे आरा से गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार 20 जुलाई की सुबह छोटू रजक ने बिजली का तार गले में लपेट कर पंखे से लटकर आत्महत्या का प्रयास किया। तत्काल उसे गंभीर अवस्था में बीजीएच के सीसीयू में वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया। रविवार रात को उसकी मौत की पुष्टी कर दी गई।
क्या है मामला : स्पेशल ब्रांच रांची में पदस्थापित सिपाही की पत्नी को आरोपी छोटू रजक ने पुलिस लाइन स्थित उसके आवास से अगवा कर लिया था। पति की शिकायत पर सेक्टर 12 पुलिस कांड दर्ज कर महिला की तलाश में जुटी हुई थी। लोकेशन मिलने के बाद सेक्टर 12 पुलिस आरोपी को सिपाही की पत्नी के साथ आरा से गिरफ्तार कर बोकारो ले आई।
उठ रहे सवालः पुलिस बिजली के तार से फांसी पर लटकने की बात कह रही है। छोटू रजक का वजन 120 किलो था। ऐसे में बिजली का तार उसका वजन बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह भी दलील है कि आत्महत्या का प्रयास करते ही तत्काल उसे नीचे उतार कर बीजीएच में भर्ती कराया। आखिर छोटू रजक इतनी गंभीर हालत में कैसे पहुंचा। क्या सिपाही की पत्नी को अगवा करने के कारण पुलिस वालों ने आरोपी छोटू रजक की थाने में इस हद तक पिटाई की थी।
न्यायिक जांच की मांग : मृतक के परिजनों की ओर से अधिवक्ता रंजीत गिरी ने छोटू की मौत की न्यायिक जांच की मांग की है। कहा है कि सेक्टर 12 थाने में मनराज तिर्की हत्याकांड को दुहराया गया है। छोटू की मौत आत्महत्या नहीं हत्या है।

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