सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखण्ड के कोडरमा जिला अंतर्गत डोमचांच थाना क्षेत्र पारहो के नाबालिक के नाना द्वारा 6 माह से लगातार यौन शोषण कर के तिलैया स्थित चन्द्रा क्लिनिक में गर्भपात करवाने के बाद उसे बेचने की नियत से झारखण्ड से बहार ले जाने के सम्बन्ध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखण्ड के कोडरमा जिले के डोमचांच थाना अंतर्गत पारहो के नाबालिक लड़की को उसके सौतेले नाना द्वारा बहला फुसला कर अपने घर ले जाया गया जहा पिछले 6 माह से लगातार उसका यौन शोषण जबरन तरीके से किया। इस दौरान पीडिता गर्भा से हो गई। जिसके बाद उसके नाना द्वारा पीड़ित के घर फोन कर के पीडिता के पेट में पथरी होने की सुचना दे कर तिलैया स्थित चंद्रा क्लिनिक में ला कर पीडिता का गर्भपात करवा दिया। जिसके बाद पीडिता की माँ उसे अपने घर ले आई। लड़की के घर आने के बाद पीडिता ने अपने माँ को सारी घटना कह सुनाई। जब इस मामले का खुलाशा हुआ तो पीडिता के नाना ने लड़की को अगवा कर झारखण्ड से बाहर किसी दुसरे शहर ले गया। उसके बाद पीडिता की माँ ने 2 अक्तूबर को डोमचांच थाना में आवेदन दे कर प्राथमिकी दर्ज कराइ। इधर मामले में चन्द्रा क्लिनिक के संचालक ने अपने घटना को धोखा बताई है.यह मामला दिनांक 7 अक्तूबर 2017 को देनिक अख़बार रांची में प्रकाशित की गई जिसका लिंक http://www.ranchiexpress.com/category/rashtriya/jharkhand/--545352 संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है की उक्त मामले में संज्ञान लेते हुए पुरे घटना की जाँच एक विशेष टीम द्वारा कराइ जाए। वही इस घटना में संलिप्त चंद्रा क्लिनिक के संचालक व् डाक्टर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए क़ानूनी कार्यवाही की जाए। और पीड़ित परिवार को मुआवजा भुगतान कराया जाए। पुरे मामले की कार्यवाही की एक प्रति हमें भी उपलब्ध कराइ जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता
डोमचांच कोडरमा झारखण्ड
संपर्क 9934520602
खबर विस्तार से
दुष्कर्म के बाद नाबालिग का कराया गर्भपात Anil Tirkey| | 7 Oct 2017 12:16 PM कोडरमा : सरकार की योजना सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देकर बेटियों के संरक्षण पर जोर दे रही है... SShare कोडरमा : सरकार की योजना सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देकर बेटियों के संरक्षण पर जोर दे रही है। दूसरी ओर जिले में संचालित कई निजी क्लिनिक कन्या भ्रूण हत्या व अवैध तरीके से गर्भपात धड़ल्ले से कर रहे हैं। मंगलवार को सौतेले नाना के द्वारा दुष्कर्म की पीड़िता का डोमचांच के पारहो पंचायत की एक नाबालिग का गर्भपात झुमरीतिलैया के एक क्लिनिक में कराए जाने की बात सामने आई है। प्रतिदिन कई निजी क्लिनिकों में दर्जनों गर्भपात अवैध तरीके से कराए जा रहे हैं। वहीं कन्या भ्रूण हत्या भी यहां संचालित निजी क्लिनिकों के चिकित्सक मोटी रकम लेकर धड़ल्ले से कर रहे हैं। बरहाल डोमचांच की नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में अभी तक नाबालिग के पांच माह के गर्भ का गर्भपात कराने वाले क्लिनिक के संचालक व चिकित्सक को आरोपी नहीं बनाया गया है। लेकिन पीड़िता की मां ने डोमचांच थाना में दिए आवेदन में स्पष्ट रूप से क्लिनिक संचालक व गर्भपात करानेवाली महिला चिकित्सक के नाम का उल्लेख किया है। वहीं सीडब्लूसी कोडरमा में दिए गए बयान में पीड़िता ने गर्भपात करानेवाले क्लिनिक के बारे में बताया है। इधर, पुलिस के द्वारा पीड़िता दप्रसं की धारा 164 के तहत कोडरमा के न्यायिक दंडाधिकारी प्रथमश्रेणी के न्यायालय में भी बयान कराया गया है।
सूत्रों के अनुसार सदर अस्पताल में हुई पीड़िता की मेडिकल जांच में भी उसके साथ दुष्कर्म व गर्भपात की पुष्टि हुई है। अपने बयान में पीड़िता ने झुमरीतिलैया शहर के एक क्लिनिक में अपने दुष्कर्मी नाना व नानी के साथ जाने व वहां एक महिला चिकित्सक के द्वारा गर्भपात कराए जाने की बात कही है। सोमवार को पीड़िता व उसकी मां की शिकायत के बाद डोमचांच पुलिस हरकत में आयी और काफी मशक्कत के बाद पीड़िता को साथ लेकर कानपुर भाग रहे दुष्कर्म के आरोपी नाना आलमगीर आलम को वापस कोडरमा बुलाकर गिरफ्तार किया। डोमचांच थाना में काण्ड संख्या 68/17 भादवि की धारा 366, 376,313 और पोस्को एक्ट 04 के तहत मामला किया गया हैं । डोमचांच के पारहो पंचायत निवासी पीड़िता के साथ उसके नाना के द्वारा दुष्कर्म तिलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत मोरियावां स्थित उसके नाना के घर में किया गया था। यहां उसके साथ लगातार यौन शोषण हुआ।
वहीं पीड़िता के गर्भवती होने के बाद तिलैया के ही चन्द्रा क्लिनिक में गर्भपात कराया गया। बावजूद इसके मामला तिलैया थाना में दर्ज नहीं किया जाना कई सवाल खड़े करता है।
क्या कहती हैं चिकित्सक जब चंद्रा क्लीनिक मेंं डॉ अभिलाषा गुप्ता से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पीड़िता मेरे क्लीनिक में 25 सितंबर को आई थी । जब उसका चेकअप किया गया तो पीड़िता ने कहा कि छ: महीने पहले उसका शादी हुआ है और पेट मे दर्द की शिकायत है। चेकअप के दौरान प्रेगनेंट होने का पता चला और जब अल्ट्रासाउंड उसका कराया गया तो पता चला कि बच्चा खराब हो गया है और उसका ब्लीडिंग भी हो रहा था। साथ ही इन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट के अनुसार करीब तीन महीने की वह गर्भवती थी। जब उसके अभिभावक के बारे में पूछा गया तो कहा गया कि पति बाहर रहते है और आलमगीर ने उसे अपनी बेटी बताया। साथ ही दो महिला थी जो उसकी मौसी अपने आप को बताई। जिससे वे धोखा में आ गयी और उनका गर्भपात कर दी। उन्होंने पीड़िता से संबंधित सभी दस्तावेज भी दिखाया और कहा कि मेरे क्लिनिक मे कोई अवैध ईलाज नही होता हैं।
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