सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखंड के राजधानी रांची के जगन्नाथथपुर थाने में 24 घंटे से अधिक थाने में इंटर के छात्र को रख कर बिना प्राथमिकी के ला कर बेरहमी से पिटाई करने व उसके मौसी रेणु से गलत व्यवहार करने के संबंध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखंड के जगन्नाथपुर थाने की ओर आकृष्ट कराना चाहेंगे जहा के पुलिस ने अतुल कुमार (छात्र) को अकारण 18 मई 2018 को थाना ला कर उसे तीन दिन तक बिना प्राथमिकी के थाने में रखा। इस मामले में जब उसकी मौसी थाना प्रभारी के बात की तो थाना प्रभारी उसके साथ भी बत्तमीजी से पेश आये और रेणु देवी के साथ गलत व्यवहार किया। लड़के को नाजी छोड़ने की बात कही उधर थाना के ड्राइवर ने 5 लड़के को छोड़ने के एवज में 50000 रुपया का डिमांड किया गया जिस पर रेणु देवी 18000 ले कर थाना गई पर कोई बात नही बन सका। यह ख़बर दैनिक अखबार प्रभात ख़बर में दिनांक 21 मई 2018 को प्रकाशित किया गया जिसका लिंक https://www.prabhatkhabar.com/news/ranchi/jharkhand-ranchi-jagannathpur-shot-action-case-complaint-three-days-custody-inter-student/1159686.html संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है कि उक्त मामले की स्पेशल जांच टीम द्वारा जांच कराई जाए और दोषी पुलिसकर्मी पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्यवाही की जाए साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भुगतान किया जाए। पूरे मामले में कार्यवाही की एक प्रति हमे भी उपलब्ध कराई जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्ता
शहीद चौक डोमचांच कोडरमा825418
संपर्क 9934520602
ख़बर विस्तार से
रांची : जगन्नाथपुर थाने की पुलिस ने इंटर के छात्र अतुल को 18 मई से बिना किसी केस या शिकायत के हिरासत में रखा है. उसके परिजन उसे छोड़ देने के लिए पिछले तीन दिनों से थाना का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन जगन्नाथपुर थानेदार अनूप कर्मकार छोड़ने को तैयार नहीं हैं.
पूछने पर भड़क उठे थानेदार : अतुल की मौसी रेणु का कहना है कि उन्होंने जब थानेदार से पूछा कि उसे किस जुर्म में पकड़ रखा है. इतना सुनते ही थानेदार महिला पर भड़क उठे. कहा कि, जाइये थाना से. अपनी नौकरी फंसा दें क्या.
आपके लड़के ने थाना से चोर को भगाने में सहयोग किया है. उसे जेल भेज कर ही रहेंगे. रेणु ने बताया कि अतुल को छेड़खानी के मामले में पुलिस ने शुक्रवार के दिन पूछताछ के लिए योगदा कॉलेज के पास से पकड़ कर लायी थी. लेकिन उसके खिलाफ किसी ने शिकायत या केस दर्ज नहीं कराया है. इसके बावजूद पुलिस उसे छोड़ नहीं रही है.
क्या है मामला : बताया जाता है कि शुक्रवार को धुर्वा थाना की पुलिस ने एक नाबालिग को चोरी की गाड़ी के साथ जगन्नाथपुर पुलिस को सौंपा था. लेकिन पुलिस की लापरवाही से नाबालिग थाना से फरार हो गया.
जब पुलिस उसे खोज नहीं पायी, तो पुलिस कहने लगी कि तुम लोग अपने बेटे के चक्कर में थाना में भीड़ लगा कर रखे थे. इसलिए चोरी का आरोपी भाग निकला. इसलिए हम अतुल को अभी नहीं छोड़ेंगे. रेणु ने बताया कि जब वह शनिवार को थाने गयी तो थाने के ड्राइवर ने अतुल को छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये मांगे. लेकिन महिला के पास सिर्फ 10 हजार थे. इस वजह से उसकी बात नहीं बनी.
रविवार को ड्राइवर ने रेणु देवी को 20 हजार लेकर थाना बुलाया था. लेकिन वह 18 हजार लेकर पहुंची. इसलिए बात नहीं बनी और महिला को थाने से वापस भेज दिया गया. इधर, मामले में जगन्नाथपुर थानेदार ने बताया कि किसी महिला से पैसे नहीं मांगे गये हैं. चोर को भगाने में सहयोग करने के आरोप में अतुल की संलिप्तता की जांच की जा रही है. इसलिए उसे नहीं छोड़ा गया है. महिला का काम नहीं बना, इसलिए वह पुलिस पर आरोप लगा रही है.
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