सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखण्ड के कोडरमा जिले के डोमचांच प्रखंड ढाब थाना अंतर्गत कबराबूट गाँव के समीप दो आदिवासी महिला के साथ रेप करने व् घर उजाड़ देने के सम्बन्ध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखण्ड के कोडरमा जिले के डोमचांच प्रखंड के ढ़ाब थाना अंतर्गत कबराबूट गाँव के पास दो आदिवासी महिलाओ के साथ उच्च जाति के पांच युवक द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया। दूसरी ओर वन विभाग द्वारा बिना नोटिस दिए पुलिस के मदद से इन महिलाओ के घर उजाड़ दिया गया। यह खबर दिनांक 3 अगस्त 2017 को देनिक अख़बार हिंदुस्तान में प्रकाशित की गई। जिसका लिंक http://m.livehindustan.com/jharkhand/kodarma/story-koderma-s-domchanch-in-collision-with-two-women-also-broke-the-house-1221480.html संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है की उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए पूरी घटना की स्वतंत्र जाँच कराइ जाए और दोषी पदाधिकारी,पुलिसकर्मी कर क़ानूनी कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवारों को पांच पाँच लाख रुपया मुआवजा भुगतान कराया जाए।कार्यवाही की एक प्रति हमें भी उपलब्ध कराइ जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता
डोमचांच कोडरमा झारखण्ड 825418
संपर्क 9934520602
रिपोर्ट विस्तार से
Updated: 3 अगस्त, 2017 2:11 AM
डोमचांच प्रखंड के ढाब थाना के बंगाखलार पंचायत की दो महिलाओं के साथ एक अगस्त की रात करीब आठ बजे घर में घुसकर पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इसका आरोप मसनोडीह निवासी सत्यम मेहता, प्रेमचंद मेहता, पिंटू मेहता, सिंटू मेहता और अनु मेहता पर लगा है।
डोमचांच में इंस्पेक्टर रमाकांत तिवारी से पीड़िता ने बताया कि रात को सभी लोग जबरन घर में घुस आए। इसके बाद पिंटू मेहता और सिंटू मेहता ने जबरदस्ती की। उनके चंगुल से छुटकर वह किसी तरह घर के बाहर भागी। दूसरी पीडि़ता के मुताबिक, सत्यम मेहता और प्रेमचंद मेहता उसे घर से उठाकर ले गए और दुष्कर्म किया।
पीड़ित महिलाओं ने घर तोड़ने का लगाया आरोप
महिलाओं ने आरोप लगाया कि वन विभाग और पुलिस के साथ गांव के 50-60 लोगों ने मिलकर जेसीबी से सात घरों को तोड़ दिया। इधर, फॉरेस्टर सुरेश कुमार चौधरी ने बताया कि इन लोगों के मकान सुरक्षित हैं। सभी अवैध रूप से नया मकान बना रहे थे, जिसे विभागीय आदेश के बाद हटाया गया है। इसमें तीन लोग तालो टूडू, मनोज मुर्मू और मनोज सोरेन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस काम में ग्रामीणों का सहयोग भी लिया गया।
जुलूस निकाल कर जताया विरोध
घर तोड़ने और दुष्कर्म घटना के विरोध में बलियाटांड, कबराबूट, सेवइया, मडुआटांड, खेराटांडा, पिपराटांड, कलहा आदि के आदिवासी समुदाय के सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष परंपरागत हथियार वे लैश होकर जुलूस निकाला और कोडरमा-गिरिडीह रोड को टैक्सी स्टैंड के पास जाम कर दिया। बलदेव मुर्मू ने बताया कि उन लोगों पर गांव के कुछ लोग अत्याचार करते हैं। जुलूस में विजय बेसरा, रामू मुर्मू, मनोज तुरी,अनिल मुर्मू, बुधन मुर्मू, गंदोरी भुल्ला, रुकवा देवी, शकुनवा देवी, बढ़की हेम्ब्रम, सुमा टुडू, बुधन हेम्ब्रम समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। जाम छुड़ाने के लिए पहुंची पुलिस ने आदिवासी नेता पवन माइकल कुजूर से बात कर जाम हटाया। साथ ही सीओ ने भरोसा दिलाया की बंदोबस्ती कर पट्टा दिया जाएगा। उनके घर नहीं तोड़े जाएंगे।
पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार
थाना प्रभारी रामानंद पासवान ने बताया कि दो अगस्त की सुबह करीब 10 बजे मामला संज्ञान में आया। इसके बाद त्वरित कार्यवाई करते हुए तीन आरोपी पिंटू मेहता, सिंटू मेहता और सत्यम मेहता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पीड़िता की मेडिकल जांच और कोर्ट के सामने बयान दर्ज कराने के लिए कोडरमा भेजा गया है।
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