सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखंड के कोडराम जिले के मंडल कारा में महिला कक्षपाल के साथ कारापाल द्वारा यौन उत्पीड़न करने के संबंध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखंड के कोडरमा जिला स्थित मंडल कारा कोडरमा की ओर आकृष्ट कराना चाहेंगे जहा पर कारापाल द्वारा जेल में कार्यरत महिला कक्षपाल सुषमा पन्ना, दीप्ती रजनी टोप्पो और शांता मिंज ने सामूहिक रूप से आवेदन दे कर अपने साथ रात के 9:30 में उनके दरवाजे पर आ कर अभद्र व्यवहार व अपने कमरे में आने के लिए जबरन दबाव बनाने की कोशिश कर यौन उत्पीड़न करने का लिखित आरोप लगाया गया है। यह खबर विद्रोही24 ने अपने पोर्टल में प्रकाशित किया जिसका लिंक https://www.vidrohi24.com/three-women-cell-officials-of-mandal-kara-koderma-put-serious-charges-against-the-prisoner/ संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है कि उक्त मामले को तत्काल संज्ञान में ले कर पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए,और दोषियों पर कानूनी कार्यवाही की जाए। कार्यवाही की एक प्रति हमे भी उपलब्ध कराया जाए।
हमारी मांग
1 पूरे मामले में महिला कक्षपाल ने बड़े हिम्मत से अपने साथ हुई घटना को सबके सामने रखा है। जिस कारण उनके जान और नोकरी पर खतरा है। उनके जान और नौकरी को सुरक्षित करने की कृपा करें।
2 मामला को पूरी तरह से दबाने का प्रयाश कीया जा रहा है। जिसमे न्यायिक जांच कराई जाये पीड़िता ने जहां जहां आवेदन दिए है। उनसे अपने स्तर से क्या कार्यवाही की है।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
राज्य संयोजक
मानवाधिकार जननिगरानी समिति झारखंड
डोमचांच कोडरमा झारखंड 825418
संपर्क 9934520602
खबर विस्तार से
मंडल कारा कोडरमा की तीन महिला कक्षपालों ने कोडरमा मंडल कारा के कारापाल पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया हैं, तथा इसकी शिकायत काराधीक्षक कोडरमा, पुलिस अधीक्षक कोडरमा, कारा महानिरीक्षक रांची, महिला समिति रांची तथा मुख्यमंत्री झारखण्ड से आज कर दी। आश्चर्य इस बात की है कि इन तीनों महिला कक्षपालों ने इसकी शिकायत सभी लोगों को कर दी, पर इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास उच्चस्तर पर प्रारंभ कर दिया गया हैं।
ज्ञातव्य है कि ऐसी ही घटना घाटशिला जेल में भी घटी थी, जब वहां कार्यरत दीपांजलि ने वहां के जेलर अनिमेष चौधरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद केन्द्र तक पहुंचा पर मामले को बड़े ही नाटकीय ढंग से उपर के वरीय अधिकारियों ने दबा दिया। मंडल कारा कोडरमा में घटी, कल की घटना को भी वरीय पुलिस पदाधिकारी दबाने के प्रयास में लग गये हैं, जबकि मंडल कारा,कोडरमा की इन तीनों महिला कक्षपालों ने इसकी लिखित शिकायत काराधीक्षक कोडरमा से कर दी हैं।
क्या यह भी मामला घाटशिला जेल की तरह दबा दिया जायेगा, या दोषियों को सजा मिलेगी, फिलहाल यहीं सवाल सबके जुबान पर हैं, लोगों का कहना है कि अगर यहीं हाल रहा तो ऐसी घटनाओं का हर जेल में अंबार लगेगा तथा मंडल कारा या अन्य स्थानों पर महिलाओं के साथ गलत करनेवालों का मनोबल बढ़ता चला जायेगा।
इधर अपनी शिकायत में इन तीनों महिला कक्षपालों सुषमा पन्ना, दिप्ती रजनी टोप्पो और शांता मिंज ने लिखा है कि वे तीनों प्रशिक्षण समाप्ति के बाद मंडल कारा कोडरमा में गत माह पदस्थापित हुई हैं। गत् 2 मार्च को रात्रि 9.30 बजे मंडल कारा कोडरमा के कारापाल उनके क्वार्टर में आये, नशे की हालत में गेट पर जोरदार धक्का देते हुए बाहर निकलने को कहा। जब सुषमा पन्ना व दिप्ती बाहर आये तो वे अपने आवास पर उन्हें चलने को कहा, जब दोनों ने इनकार किया तो सस्पेंड करने की धमकी दी।
फिर किसी तरह मना करने पर, वे अपने कमरे में वापस आये। इसी दौरान शांता मिंज जो रात्रि ड्यूटी में थी। महिला कक्षपालों के आवास से जाने के बाद, वे वहां अकेले 10.30 बजे पहुंचे, फिर वहां भी शांता से अभद्र व्यवहार करते हुए भला-बुरा कहने लगे तथा सस्पेंड करने की धमकी दी। ड्यूटी की समाप्ति के बाद उसे अपने आवास पर बिना किसी को बताएं आने को कहा और 11 बजे वार्ड से निकल गये।
महिला कक्षपालों का कहना हैं कि जेलर के इस व्यवहार से वे तीनों डरी और सहमी हुई हैं, अतः इस पूरे मामले की उचित जांच कर कारापाल पर कार्रवाई की जाय, जिससे उनलोगों की इज्जत आबरु बची रहे, अन्यथा वे तीनों अपने नौकरी से त्याग पत्र दे देंगी।
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