सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखंड के चतरा जिले के मयूरहंड़ प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र की लापरवाही से 3 घंटे से अधिक दर्द में रही गर्भवती के संबंध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखंड के चतरा जिले के मयूरहंड़ प्रखंड के स्वास्थय केंद्र की ओर आकृष्ठ कराना चाहूंगा जहा पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद रहने की वजह से 3 घण्टे से अधिक गर्भवती महिला अंजू देवी पति बबलू भुईया स्वास्थ्य केंद्र के बाहर तड़पती रही बाद में ग्रामीनो के सहयोग से उसे इटखोरी भेजा गया यह खबर न्यूज विंग में दिनांक 11 मार्च 2018 को प्रकाशित की गई जिसका लिंक http://newswing.com/Chatra%20pregnant%20lady%20with%20pain%20not%20open%20center%20lock%20were%20absent%20ANM संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है कि उक्त मामले की न्यायिक जांच करा कर कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भुगतान कराया जाए।कार्यवाही की एक प्रति हमे भी उपलब्ध कराई जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्ता
शहीद चौक डोमचांच कोडरमा झारखंड
संपर्क 9934520602
खबर विस्तार से
Chatra : मयूरहंड प्रखंड मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र में शनिवार की सुबह प्रसव के लिए आयी गर्भवती दर्द से करहाती रही पर उसकी सुनने वाला कोई नहीं था. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि स्वास्थ्य उपकेंद्र में न तो एएनएम थीं और नहीं ही स्वास्थ्यकर्मी. केंद्र के मुख्य द्वार पर ताला जड़ा हुआ था. गर्भवती करीब तीन घंटों तक उपकेंद्र के मुख्य द्वार के समीप दर्द से कराहती रही. बाद में ग्रामीणों के सहयोग से ममता वाहन बुलाया गया और उसे इटखोरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. जहां पर महिला का सुरक्षित प्रसव हुआ.
केन्द्र में हैं दो एएनएम, अस्पताल में नहीं देते समय, घर पर रहते हैं ज्यादा
जानकारी के अनुसार मयूरहंड गांव निवासी बबलू भुंइया की पत्नी अंजू देवी को शनिवार की सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई. परिजन उसे ममता वाहन से लेकर उपकेंद्र पहुंचे. केंद्र में ताला लटका मिला. प्रसव के लिए आयी गर्भवती लगभग तीन घंटे तक दर्द से तड़पती रही. ऐसा नहीं कि उपकेंद्र में स्वास्थ्य कर्मी पदस्थापित नहीं हैं. यहां पर बजाफ्ता तौर पर दो एएनएम नीता बाला व निलिन सोरेन हैं. परंतु दोनों एएनएम केंद्र में कम और घर में ज्यादा रहते हैं. गर्भवती की सास ललकी देवी ने बताया कि सुबह के करीब छह बजे वह अपनी बहु का प्रसव कराने के लिए यहां पहुंची. लेकिन नौ बजे तक उपकेंद्र के बाहर ताला लटका रहा. बाद में ग्रामीणों को उन्होंने इसकी जानकारी दी. ग्रामीणों के प्रयास से ही ममता वाहन उपलब्ध हुआ और उसे लेकर इटखोरी चले गये. ग्रामीणों का कहना है कि दोनों एएनएम नियमित ड्यूटी नहीं करती है.
एएनएम के खिलाफ होगी कार्रवाई
चतरा के सिविल सर्जन डॉक्टर एसपी सिंह ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है. यदि ऐसा है तो संबंधित एएनएम के खिलाफ कार्रवाई होगी. मामले की जांच करायी जाएगी.
No comments:
Post a Comment