सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय :- झारखंड के कोडरमा जिला के कोडरमा सदर मेघातरी गांव निवासी ए एन एम को उसके कार्य का मानदेय विभाग के अधिकारी द्वारा रोक कर रखने से अनिता देवी की मौत हो जाने के सम्बंध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखंड के कोडरमा जिले के कोडरमा सदर मेघातरी निवासी अनिता देवी ए एन एम की मौत बेहतर इलाज के अभाव में हो गया। यह ख़बर न्यूज पोर्टल eenaduindia में दिनांक 27 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित की गई जिसके लिंक http://hindi.eenaduindia.com/States/East/JharKhand/OthersInJharkhand/2018/10/27114114/anm-died-due-to-lack-of-treatment-in-koderma.vpf संलग्न है।
महोदय ज्ञात हो कि अनिता देवी कोडरमा के स्वास्थय विभाग में कार्यरत थी और उसका मानदेय (वेतन) विभाग के अधिकारी द्वारा जान बूझ कर रोक कर रखा गया था। जिस कारण वह गम्भीर बीमारी से ग्रसित होने के साथ साथ मानसिक तनाव में जीवन जी रही थी। जिससे उसका मौत हो गई। अनिता में मौत के बाद उसके सहकर्मी ने जिले के डॉक्टर रंजीत कुमार पर लापरवाही के आरोप लगाए है। जिससे हमे यह आसंका है कि डॉक्टर रंजीत की मुख्य लापरवाही रही है। अनिता के मौत के बाद विभाग हरकत में आते हुए तुरंत अनिता के खाते में 3 लाख रुपये ट्रांसफर किये। जिससे साफ प्रतीत होता है कि अनिता देवी के पैसे जान बूझ कर विभाग के अधिकारी द्वारा जान बूझ कर रोका गया था।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है कि उक्त मामले को संज्ञना में लेते हुए तत्काल पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषी पदाधिकारी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भुगतान कराया जाए। और पूरे मामले में कार्यवाही की एक प्रति हमे भी उपलब्ध कराया जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्ता
शहीद चौक डोमचांच कोडरमा 825418
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