सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखण्ड के कोडरमा जिले में नाबालिक बच्चे को व्यस्कों के जेल में रखने के सम्बन्ध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखण्ड के कोडरमा जिले के मंडल कारा कोडरमा की ओर आकृष्ठ कराना चाहूँगा। जहा पर नाबालिक बच्चे को व्यस्कों के जेल में रखा जाता है। ऐसा ही एक मामला कोडरमा में देखा गया है। मामला तब प्रकाश में आया जब कोडरमा मंडल कारा से हत्या के आरोपी निरंजन दास को मंडल कार कोडरमा से जुवेनाइल बोर्ड में पेसी के लिए ले जाया जा रहा था और वह भाग निकला। यह मामला दैनिक अख़बार भास्कर में 4 फरवरी 2017 को प्रकाशित की गई। जिसका लिंकhttp://www.bhaskar.com/news-appshare/JHA-MAT-latest-kodarma-news-030503-1925214-NOR.html संलग्न है।
बाल कैदी को व्यस्कों के जेल में रखना मानवाधिकार हनन का मामला बनता है। और हमें सक है की जेल में वयस्क कैदियों द्वारा नाबालिक कैदियों का मानसिक व् शारीरिक उत्पीड़न होता होगा।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है की उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए मामले की न्यायिक जाँच उच्च अधिकारी से करवाते हुए क़ानूनी कार्यवाही की जाए। और कार्यवाही की एक प्रति हमें भी उपलब्ध कराया जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता
डोमचांच कोडरमा झारखण्ड
संपर्क 9934520602
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