सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय:- झारखण्ड के कोडरमा जिला स्थित गायत्री क्लिनिक में अप्रशिक्षित टेक्नीशियन द्वारा इलाज के दौरान मरीज की मौत हो जाने के सम्बन्ध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखण्ड के कोडरमा जिला के बायपास रोड स्थित गायत्री क्लिनिक में दिनांक 7 अगस्त 2017 को क्लिनिक के अप्रशिक्षित टेक्नीशियन द्वारा इलाज करने से इन्दरवा निवासी रूपनारायण यादव की मौत हो गई। यह खबर दिनांक 8 अगस्त 2017 को देनिक जागरण अख़बार में प्रकाशित की गई जिसका लिंक http://m.jagran.com/jharkhand/koderma-patient-died-due-to-negligence-16512960.html संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है की उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए उक्त क्लिनिक के संचालक डाक्टर व् टेक्निशियन पर मामला दर्ज कर न्यायिक कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपया मुआवजा भुगतान कराया जाए। साथ ही कार्यवाही की एक प्रति हमें भी उपलब्ध कराइ जाए।
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता
राज्य संयोजक
मानवाधिकार जन निगरानी समिति झारखण्ड
डोमचांच कोडरमा झारखण्ड 825418
संपर्क 9934520602
खबर विस्तार से
झुमरीतिलैया: झुमरीतिलैया के गायत्री क्लिनिक में मंगलवार की शाम डॉक्टर की अनुपस्थिति में टेक्नीशियन द्वारा किए जा रहे डायलिसिस के दौरान इंदरवा निवासी रूपनारायण यादव (56) की मौत हो गई। घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने क्लिनिक में जमकर हंगामा किया। मृतक के पुत्र जयकुमार यादव ने बताया कि उनके पिता को डायलिसिस के लिए गायत्री क्लिनिक में पूरी तरह से सामान्य स्थिति में लाया गया था। लेकिन क्लिनिक में चिकित्सक की गैरमौजूदगी के बाद भी भर्ती लेकर टेक्निशियन बम शंकर खुद डायलिसिस करने ले गया। जब उनलोगों को किसी गड़बड़ी की आशंका हुई तो डायलिसिस रूम में देखा कि मरीज को पंप किया जा रहा है। वहां मौजूद कर्मियों ने मरीज की स्थिति सीरियस बता कर तुरंत बाहर ले जाने को कहा। वहां से मरीज को लेकर परिजन शहर के दूसरे क्लिनिक में गए तो वहां चिकित्सकों ने बताया गया मरीज की मौत आधा घंटा पहले ही हो चुकी है। परिजन रूपनारायण यादव की मौत के लिए सीधे क्लिनिक के कर्मियों को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। वहीं घटना के बाद क्लीनिक के कर्मी फरार हो गये। बाद में जब वे लौटे तो मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। क्लिनिक के चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि संबंधित कर्मी उनके यहां टेक्नीशियन है। वह डायलिसिस के वक्त वे क्लिनिक में नहीं थे। समाचार लिखे जाने तक शव को वापस गायत्री क्लिनिक लाया गया। जबकि सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में लग गई। सनद हो कि गत सप्ताह झुमरीतिलैया के गीता क्लिनिक में एक नवजात की चोरी का आरोप क्लिनिक के संचालक पर लगा था। यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि एक नया मामला सामने आ गया।
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