सेवा में
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली
विषय :- झारखण्ड के उप राजधानी दुमका के सदर अस्पताल की लापरवाही से एक नवजात बच्चे राजीव की जान चले जाने के सम्बन्ध में
महोदय
हम आपका ध्यान झारखण्ड के उप राजधानी दुमका के सदर अस्पताल की ओर आकृष्ट कराना चाहूँगा। जहा पर डाक्टरों की लापरवाही से नाला का रहने वाले कुकू वैद्य भुरकुंडा में घूम-घूमकर शहद बेचता है। उसका डेढ़ साल के बेटे राजीव को मुंह में घाव हो गया। सोमवार को क्रिसमस के अवकाश के बाद भी वह पत्नी पुनिका वैद्य के साथ दोनों बच्चों को लेकर सदर अस्पताल आया। आपात सेवा में मौजूद डॉक्टर ने इलाज के बाद राजीव को भर्ती कर लिया। पिता का आरोप है कि चिकित्सक ने भर्ती करने के बाद केवल स्लाइन ही दी। दवा नहीं दिए जाने के कारण शाम पांच बजे राजीव की मौत हो गई। मंगलवार सुबह माता-पिता मृत बच्चे को लेकर समाहरणालय पहुंच गए। उपायुक्त के बैठक में व्यस्त होने के कारण एसडीओ राकेश कुमार ने परिजनों से बात की। पिता ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण बेटे की मौत हो गई। स्लाइन चढ़ाने के बाद कोई भी बच्चे की हालत देखने नहीं आया। दवा के अभाव में उसकी मौत हो गई। यह खबर दैनिक जागरण में 26 दिसंबर 2017 को प्रकाशित की गई जिसका लिंक https://m.jagran.com/jharkhand/dumka-death-in-hospital-17260984.html संलग्न है।
अतः महोदय से नम्र निवेदन है की उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए न्यायिक जाँच करवाते हुए आरोपी डाक्टर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए और पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपया मुआवजा भुगतान कराया जाए। पुरे मामले में कार्यवाही की एक प्रति हमें भी उपलब्ध कराया जाए
भवदीय
ओंकार विश्वकर्मा
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता
शहीद चौक डोमचांच कोडरमा झारखण्ड
संपर्क 9934520602
खबर विस्तार से
दुमका : सदर अस्पताल की बदहाली फिर सामने आयी है। चिकित्सक की लापरवाही के कारण डेढ़ साल के राजीव वैद्य ने सोमवार की शाम सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया। चिकित्सक ने भर्ती करने के बाद स्लाइन चढ़ाकर मासूम को भगवान भरोसे छोड़ दिया। मंगलवार को परिजनों की शिकायत पर एसडीओ ने सिविल सर्जन को जांच कर दोषी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
मूलत: नाला का रहने वाले कुकू वैद्य भुरकुंडा में घूम-घूमकर शहद बेचता है। उसका डेढ़ साल के बेटे राजीव को मुंह में घाव हो गया। सोमवार को क्रिसमस के अवकाश के बाद भी वह पत्नी पुनिका वैद्य के साथ दोनों बच्चों को लेकर सदर अस्पताल आया। आपात सेवा में मौजूद डॉक्टर ने इलाज के बाद राजीव को भर्ती कर लिया। पिता का आरोप है कि चिकित्सक ने भर्ती करने के बाद केवल स्लाइन ही दी। दवा नहीं दिए जाने के कारण शाम पांच बजे राजीव की मौत हो गई। मंगलवार सुबह माता-पिता मृत बच्चे को लेकर समाहरणालय पहुंच गए। उपायुक्त के बैठक में व्यस्त होने के कारण एसडीओ राकेश कुमार ने परिजनों से बात की। पिता ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण बेटे की मौत हो गई। स्लाइन चढ़ाने के बाद कोई भी बच्चे की हालत देखने नहीं आया। दवा के अभाव में उसकी मौत हो गई।
वर्जन
मामले सामने आया है। सिविल सर्जन को सारे मामले की जांच का निर्देश दिया गया है। अगर डॉक्टर की लापरवाही सामने आती है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
राकेश कुमार, एसडीओ, दुमका
लापरवाही से बच्चे की मौत होने की जानकारी मिली है। एसडीओ के आदेश पर जांच की जाएगी। पिता को चिकित्सक की पहचान करने के लिए बुधवार को बुलाया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. जगत भूषण प्रसाद, सिविल सर्जन, दुमका।
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